लिज़ ट्रस के राजनीतिक करियर की सबसे अहम घड़ी आ गई है. एक लेबर पार्टी के वर्चस्व वाले लोकल अथॉरिटी में विपक्ष में बैठने से लेकर देश के सबसे बड़े पद तक पहुंचना, ट्रस ने एक लंबा सफ़र तय किया है.
वेस्टमिंस्टर के आसपास महत्वकांक्षाओं की कमी नहीं है और कई लोग प्रधानमंत्री बनने का सपना देखते हैं. लेकिन ट्रस का सपना कल सच होने जा रहा है. मैं पहली बार उनसे 13 साल पहले मिला था, जब मैं बीबीसी रेडियो फ़ाइव का एक रिपोर्टर था.
वो ग्रीनविच काउंसल में थीं और साल 2001 में आम चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
साल 2005 के चुनावों में लेबर पार्टी के वर्चस्व वाले इलाक़े में उन्होंने टक्कर तो दी लेकिन चुनाव नहीं जीत पाईं. इसके बावजूद उनकी पार्टी ने उन्हें साउद वेस्ट नॉरफ़ोक की सुरक्षित सीट से चुनाव मैदान में उतारा.
लेकिन आफ़त तब आई जब वो पार्टी के सांसद मार्क फ़ील्ड के साथ उनके अफ़ेयर की ख़बरे बाहर आईं.