महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय को सम्मान देने विंडसर कासल पहुंचे लोग तब हैरान हो गए जब वेल्स के नए प्रिंस और प्रिंसेज़ विलियम और कैथरीन के साथ प्रिंस हैरी और मैगन दरवाज़े पर दिखाई दिए.
उन्होंने साथ में महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय को दी गई श्रद्धांजलियों को देखा और लोगों की भीड़ का अभिवादन किया. दो साल से भी ज़्यादा समय बाद चारों साथ में नज़र आए हैं.
स्कॉटलैंड में बालमोरल के पास स्थित चर्च क्रैथी कर्क में श्रद्धांजलि स्वरूप रखे गए फूलों को देखते शाही परिवार के सदस्य, जिनमें महारानी के तीनों बच्चे राजकुमारी ऐन, राजकुमार एंड्रयू और राजकुमार एडवर्ड भी शामिल थे.
महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय की चार पोती और नातिन ज़ारा टिनडल, राजकुमारी बीएट्रस और यूजने और लेडी लुईस विंडसर और सबसे छोटे नाती पीटर फिलिप भी मौजूद थे.
इससे पहले किंग चार्ल्स III को अपनी मां महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय की मौत के बाद औपचारिक तौर पर सम्राट घोषित किया गया.
लंदन के सेंट जेम्स पैलेस में एक्सेशन काउंसिल की बैठक में किंग चार्ल्स ने अपना बाकी जीवन सम्राट के रूप में सेवा करने के लिए समर्पित कर दिया. अपने संबोधन में उन्होंने महारानी को श्रद्धांजलि अर्पित की और ‘हम सभी को हुई अपूरणीय क्षति’ पर बात की.
उनके साथ उनकी पत्नी क्वीन कंसॉर्ट कैमिला और राजगद्दी के वारिस राजकुमार विलियम मौजूद थे.
इस समारोह में ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस समेत अन्य राजनेता भी उपस्थित थे.
लेबर पार्टी के नेता कीएर स्टारमर सहित पूर्व प्रधानमंत्री टॉनी ब्लेयर, गॉर्डन ब्राउन, बॉरिस जॉनसन, डेविड कैमरॉन, टेरेसा मे, जॉन मेजर भी समारोह में मौजूद थे.
राज्याभिषेक की घोषणा पर कई माननीय व्यक्तियों ने हस्ताक्षर किए जिनमें काउंसिल के लॉर्ड प्रेज़िडेंट पैनी मोरडंट और स्कॉटलैंड के पहली मंत्री निकोला स्टर्जन शामिल थे.
बाहर, गार्टर प्रिंसिपल किंग ऑफ़ आर्म्स, डेविड वाइंस व्हाइट फ्राएरी कोर्ट की ओर की बालकनी से प्रधान घोषणा पढ़ते हुए.
केंट के राजकुमार माइकल, बिरगीटा, डचेस ऑफ़ ग्लॉस्टर और राजकुमार एडवर्ड, ड्यूक ऑफ़ केंट घोषणा के दौरान साथ बैठे दिखाई दिए.
द बैंड ऑफ़ द कोल्डस्ट्रीम गार्ड्स ने घोषणा को सलामी दी.
बाहर मौजूद लोगों ने ये घोषणा सुनी.
हाइड पार्क में और उससे टावर ऑफ़ लंदन में प्रधान घोषणा पढ़ने के दौरान तोपों की सलामी दी गई.
लंदन में रॉयल एक्सचेंज में एक दूसरी घोषणा पढ़ी गई. स्टेट ट्रम्पेटर्स ने एक जुलूस का नेतृत्व किया जिसमें लॉर्ड मेयर के साथ-साथ शहर के विभिन्न अधिकारी भी शामिल थे.
लंदन कॉरपोरेशन के अधिकारियों और निर्वाचित सदस्यों ने अपनी टोपी उतार दी.
समारोह के बाद किंग चार्ल्स III बकिंघम पैलेस लौट आए. उनका राज्याभिषेक अभी कई महीनों तक नहीं होगा. महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के पिता के निधन के 16 महीनों बाद जून 1953 में उनका राज्याभिषेक हुआ था.
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